नमस्कार🙏में राजस्थान बोल रहा हूँ🥀
स्वतंत्रता के समय मुझमें 19 रियासते व तीन ठिकाने थे ।
19 रियासते- जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, अलवर, भरतपुर, धोलपुर, करौली, कोटा, बूँदी, झालावाड, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, शाहपुरा, सिरोही, टोंक, जैसलमेर, किशनगढ़ ।
तीन ठिकाने- 1. कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) 2. लावा (टोंक) 3. निमराणा (अलवर) ।
अजमेर- मेरवाड़ा एक केन्द्र शासित प्रदेश था ।
19 रियासतों में से 16 रियासते राजपूत शासको की थी । टोंक एक मुस्लिम रियासत थी । धोलपुर, भरतपुर जाटो की रियासत थी ।
झालावाड सबसे नवीन रियासत थी ।
एकीकरण सात चरणों में 18 मार्च, 1948 से 1 नवम्बर, 1956 के मध्य हुआ था ।
प्रथम चरण- मत्स्य संघ
शामिल रियासते- अलवर, भरतपुर, धोलपुर, करौली, निमराणा (ठिकाना) ।
18 मार्च, 1948 को बना
राजप्रमुख- उदयभान सिंह(धोलपुर महाराणा )
उपराज प्रमुख- तेजसिंह (अलवर महाराज)
राजधानी- अलवर
प्रधानमंत्री- शोभाराम कुमावत
उद्घाटन- N. V. गाडगिल
दूसरा चरण- पूर्वी राजस्थान/ राजस्थान संघ
25 मार्च, 1948 को
राजप्रमुख- भीमसिंह (कोटा)
उपराज प्रमुख- बहादुर सिंह (बूँदी)
उद्घाटन- N. V. गाडगिल
शामिल रियासते- कोटा, बूँदी, टोंक, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, शाहपुरा, प्रतापगढ़, झालावाड, किशनगढ़ (ठिकाने- कुशल गढ़, लावा
तीसरा चरण- संयुक्त राजस्थान
18 अप्रैल, 1948
राजप्रमुख- भुपालसिंह (उदयपुर)
उप- भीमसिंह (कोटा )
राजधानी- उदयपुर
प्रधानमंत्री- माणिक्य लाल वर्मा
उद्घाटन- प. जवाहर लाल नेहरू
शामिल रियासत- राजस्थान संघ+ उदयपुर
चौथा चरण- व्रहद राजस्थान
30 मार्च, 1949( राजस्थान दिवस)
महाराजा राजप्रमुख- भुपालसिंह (आजीवन)
राजप्रमुख- मानसिंह
उप- भीमसिंह
प्रधानमंत्री- हीरालाल शास्त्री
उद्घाटन- सरदार वल्लभ भाई पटेल
शामिल रियासते- संयुक्त राजस्थान+ जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर
पाँचवा चरण- संयुक्त व्रहद राजस्थान
15 मई, 1949
शंकर राव देव समिति की सिफारिशों के अनुसार मत्स्य संघ को व्रहद राजस्थान में मिला लिया गया था ।
छठा चरण- 26 जनवरी, 1950 को सिरोही का विलय
सातवाँ चरण- 1 नवम्बर, 1956 को देलवाड़ा, माउंट आबू तथा अजमेर, मेरवाड़ा को मिलाया गया
फजल अली समिति द्वारा M. P. के मन्दसौर जिले के सुनेल टप्पा को राजस्थान में तथा सिरोंज उपखंड को M.P. में मिलाया गया था 🥀।