Journey of life

Date: Fri Mar 17, 2023 01:56AM
© Yaro ka Payar
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Journey of life

पूछा जो मैंने एक दिन खुदा से,

अंदर मेरे ये कैसा शोर है,

हंसा मुझ पर फिर बोला,

चाहतें तेरी कुछ और थी,

पर तेरा रास्ता कुछ और है,

रूह को संभालना था तुझे,

पर सूरत सँवारने पर तेरा जोर है,

खुला आसमान, चांद, तारे चाहत है तेरी,

पर बन्द दीवारों को सजने पर तेरा जोर है,

सपने देखता है खुली फिजाओं के,

पर बड़े शहरों में बसने की कोशिश पुरजोर है..

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