अनंत चतुर्दशी का दिन है पावन,
रखते हैं हम आज व्रत मनभावन,
करके भगवान श्रीविष्णु की आराधना,
मांगते हैं प्रभु से संकट का हो दमन,
करके विष्णु के अनंत रूप के दर्शन,
मिलकर करते भक्त सब पूजन भजन,
श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र करें पाठ श्रवण,
लगाते प्रभु का सच्चे ध्यान से मनन,
बांध कलाई में भक्त सूत्र अनंत,
ओम अनंताय नमः मंत्र करे जाप
अनंत सूत है सौभाग्य और भाग्य
इसे बांध घर में सुख शांति ऐश्वर्य आए
माँ लक्ष्मी विष्णु हो प्रसन्न धन बरसाए
सबके मन मे आनन्द अति छाएं
आज करते हैं श्री गणेपति जी का विसर्जन
और हरेक वर्ष पधारें घर पर श्री गणेश भगवन,
कामना यही पूर्ण होए गणपति उत्सव मगन,
अनन्त चतुर्दशी का है यही महत्त्व पावन।
-सीमा गुप्ता,अलवर राजस्थान