"अनेकता में एकता"

Date: Sun Aug 15, 2021 09:55PM
© Kundan Verma
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आज के लिए मेरी एक रचना:--

एकता पर लिखी गयी है।

एक माँ के लाडले देश,हिंदुस्तान की हम शान है।

हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख,ईसाई सब इसकी संतान है।।

इस मिट्टी से वफ़ा और उल्फत में हाज़िर जान है।

माँ भारती के सम्मान में ही हम सबका शान है।।

अनेकता में एकता सिखाने वाला देश हिंदुस्तान है।

तभी तो पूरा विश्व करता मेरे देश भारत को प्रणाम है।।

आज के भारत का दुश्मन कुछ न बिगाड़ पायेगा।

हमारी एकता के आगे नतमस्तक वो हो जायेगा।।

मेरे देश की सीमा पर जब भी कोई संकट आयेगा।

इस देश का हर नागरिक रक्षा में तब जुट जायेगा।।

इस वतन की आबरू पर हम सब सदा कुर्बान है।

एक माँ के लाडले है देश के हम सभी शान है.......

कुन्दन वर्मा "पुरब"

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