तेरे जाने के बाद किसी के भी हम हो ना सके कुछ ऐसे बिछड़े की हम रो भी ना सके.
तेरे प्यार के साए में मदहोश थे कभी जब नींद से जागे फिर हम सो भी ना सके
तुझसे ही सिखा था हमने जीने का फलसफा तेरी ही यादों के मोती हम पिरो भी ना सके
पाने की आदत कुछ ऐसी लगी तुमसे सनम तेरे जाने के ग़म को हम खो भी ना सके