यथा दृष्टि तथा सृष्टि
"मां भाई को समझाओ ना, इतना भरोसा ठीक नहीं किसी पर, पापा ने कितनी मेहनत से ये फैक्ट्री खड़ी की और पापा की डेथ के बाद अशोक चाचा फैक्ट्री में काफी घपला करने लगे हैं। लेकिन भाई मेरी बात नहीं मानते। कहते हैं चाचा ऐसा नहीं कर सकते, तुझे गलतफहमी हुई है"
अभी छोटा मां से ऐसा कह रहा था कि कोर्ट से घर की कुर्की के आर्डर आ गए।
"बेटा यथा दृष्टि तथा सृष्टि, तेरा भाई साधु वृति का है इसलिए उसे सब अच्छे नज़र आएंगे। लेकिन ईश्वर इंसाफ करेगा। तहकीकात करने पर चाचा का असली रूप सामने आया।
Prem Bajaj