प्यार किसे कहते हैं | Pyar Kise Khate He | Ekk Laghukatha : एक कहानी
@प्यार किसे कहते हैं | Pyar Kise Khate He | Ekk Laghukatha : एक कहानी_
एक बार एक व्यक्ति अपनी नयी कार को बड़े प्यार से पॉलिश करके चमका रहा था। तभी उसकी 4 साल की बेटी पत्थर से कार पर कुछ लिखने लगी। कार पर खरोंच लगती देखकर पिता को इतना गुस्सा आया कि वह बेटी का हाथ जोर से मरोड़ देता है। इतनी जोर से कि बच्ची की उंगलियां टूट जाती हैं। बाद में अस्पताल में दर्द से कराह रही बेटी पूछती है- डैड मेरी उंगलियां कब ठीक होंगी? गलती पर पछता रहा पिता कोई जवाब नहीं दे पाता। वह वापस जाता है और कार पर लातें बरसाकर गुस्सा निकालता है। कुछ देर बाद उसकी नजर उसी खरोंच पर पड़ती है, जिसकी वजह से उसने बेटी का हाथ तोड़ा था। बेटी ने पत्थर से लिखा था- आई लव यू डैड ।
सीख : गुस्से और प्यार की सीमा नहीं होती। याद रखें कि चीजें इस्तेमाल के लिए होती हैं और इंसान प्यार करने के लिए। लेकिन होता इससे उलट है। लोग चीजों से प्यार और लोगों को इस्तेमाल "करते हैं।